Wednesday, February 23, 2011
हाँ मै तुझे प्यार करता हूँ
तेरी एक एक मुस्कान पे मरता हूँ
हाँ मै तुझे प्यार करता हूँ
बेपनाह मोहब्बत की जिसके लिए शब्द नही हैं
खामोश हूँ सिर्फ तेरी बदनामी से डरता हूँ
हाँ मै तुझे प्यार करता हूँ
मुझे यकीन है मै तेरी आँखों की काजल में कही अटका हूँ
जरा आईना तो देख तेरे हर टपकते आंसुओं से झरता हूँ
हाँ मै तुझे प्यार करता हूँ
यकी न आये तो अपने पास से गुजरती हर हवा को चख कर देखना
इनमे तेरे चाहत की चासनी लिए गुजरता हूँ
हाँ मै तुझे प्यार करता हूँ
जरा देखिये तो इक बार पलटकर,,
जरा देखिये तो इक बार पलटकर,,
इस खुबसूरत चेहरे को अपना समझकर।
लाख दुश्मनी बोये जमाने ने हमारे बीच
मै फिर भी चली आई आपको अपना समझकर ।
मेरी साफगोई तब मुझे मेरी कमी सी लगती थी
आज उसे ही ओढ़ लिया है गहना समझकर।
जानती हूँ बहुत देर कर दी समझने में आपको
पर आपने भी तो मुझे छोड़ दिया था अधुरा सपना समझकर
आपको मुझपर झुटा ही सही पल भर के लिए प्यार लुटाने की कसम
गिले शिकवे भूल अपना लीजिये मुझे मेरा सजना समझकर
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